भव्य भूमि इस भारत में, भूत-भविष्य मध्यांतर में, आज कर्म की बेला है, आ जा प्यारे भारतवासी, चला-चली का मेला है. जय भारत और जय भारतीय
म- महिला, माता, ममता, मैत्री, मधुर, मृदुल, मतिगत्यभिनेत्री॥
हि- हिम्मत, हसरत, हास्यकारिणी, हृदयेशा, हर हिय, हरिभामिनी॥
ला- लाजवती, ललिता, लावण्या, लक्ष्मी, लाड़लि, लतिकारण्या॥
सविनय- चन्द्रकिशोर
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