10/29/2014

सरलता से सिद्धि

मन सरल जब तन सरल में,
तब प्रबल नर तेरा जीवन।
सरल पथ पर सुगम गति जब,
तब हो यात्रा सुफल सुन मन।।

मन सरल कर याद भुलाकर,
ध्यान से तू कर सरल तन।
छोड़कर प्रत्याशा सकल तू,
मध्यमार्ग तू ग्रहण कर मन।।