1/14/2015

पयः

पद्म पराग पंकज पर प्लावित,
लोभित तव लोचन लालायित,
भार भई भारी भर्ता अब,
दुहु कर देकर दलहु मसायित ।।

चंद्रकिशोर प्रसाद

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